Chief Justice Of Indian: जस्टिस गवई होंगे देश के मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नें दिलाई पद की सपथ, जानें आखिर कौन हैं मुख्य न्यायाधीश जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई
भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे संजीव खन्ना मंगवलार को सेवानिवृत हो गए. उनकी जगह पर अब जस्टिस गवई देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश होंगे. भारत के (सीजेआई) यानी मुख्य न्यायाधीस के तौर पर भूषण रामकृष्ण गवई ने पद संभाल लिया है. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की सपथ दिलाई। बता दें कि पिछले महीने 30 तारीख को कानून मंत्रालय ने भारत के 52वें न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी. बता दें कि 16 अप्रैल 2025 को सीजेआई संजीव खन्ना ने इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी थी. रामाकृष्ण गवई का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल मात्र छह महीने का होगा.
भारत के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधीश:
मुख्य न्यायाधीश नवई देश के दूसरे दलित न्यायाधीश हैं. उनके पहले जस्टिस केजी बालाकृष्णन भारत के मुख्य न्यायाधीश बने थे. जस्टिस बालाकृष्णन साल 2007 मे सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीस बने थें.
कौन हैं भूषण रामकृष्ण गवई:
कौन हैं भूषण रामकृष्ण गवई:
एक भारतीय न्यायाधीश तथा वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायाधीश हैं. वे पूर्व भारत के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश हैं. वे 2003 से 2019 के बीच बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी रहे चुके हैं. 8 मई 2019 को हुई अपनी बैठक में, सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का नाम सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए प्रस्तावित किया था. जस्टिस के॰ जी॰ बालकृष्णन के बाद गवई ऐसे दूसरे दलित जज हैं जो सुप्रीम कोर्ट के मुख्य जज बनेंगे. वे 14 मई 2025 को जस्टिस संजीव खन्ना के रिटायर होने के बाद 23 नवंबर 2025 तक इस पद पर रहेंगे.
न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के नेता, महाराष्ट्र के विधायक, सांसद, तथा बिहार, सिक्किम व केरल इन तीन राज्य के राज्यपाल रह चूके रा॰ सु॰ गवई के पुत्र है.
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